Wednesday 29 January 2014

बदलते वक्त के साथ हमारी संस्कृति भी गुमनाम होती जा रही ?


बदलते वक्त के साथ हमारी संस्कृति भी गुमनाम होती जा रही। हममें से कई लोग मां की लोरी सुनकर बड़े हुए हैं, लेकिन आजकल लोरियों की आवाज सुनाई तक नहीं देती। माताएं लोरियां भूल चुकी हैं, इससे शहरी व ग्रामीण दोनों क्षेत्र प्रभावित हुआ है। माताओं का रुझान टीवी सीरियल की ओर बढ़ा, वहीं बच्चे मोबाइल से जुड़ रहे हैं।
पहले बच्चों को सुलाते वक्त माताएं पारंपरिक लोरियां गाती थी। माताएं ही नहीं दादी, नानी भी माथे पर हाथ फेरकर सुनाती थी, या चुप कराती थी। आजकल की माताएं लोरी ही भूल गई हैं।

Tuesday 21 January 2014

Baniya or Gujarati


·         ट्रेन में BANIYA,
गुजराती और सिन्धी में चर्चा हुवी सबसे ज्यादा रईस कौन है?

तीनो का ही जवाब था"मैं"पास ही में बैठा पंजाबी बोला साबित करके बताओ की तुम में से सबसे ज्यादा रईस कौन है?

गुजरती ने जेब से 500 का नोट निकाला और उसकी सिगरेट बना कर माचिस जलाई और पीने लगा.
सिन्धी को इसमें अपनी तौहीन नज़र आई उसने जेब से 1000 का नोट निकाला सिगरेट बनाई और जला कर उसे पीने लगा बोला"वडी हमसे बड़ा रईस कौन हो सकता है इण्डिया में"
पंजाबी BANIYA,की तरफ देखने लगा.

BANIYE
ने ब्रीफकेस खोला चेकबुक निकाली और एक चेक भरा 5 लाख रुपये, उस चेक की सिगरेट बनाई और माचिस जला कर उसे पीने लगा बोला
"
भाया सबसे बड़ा रईस वो जो बिना नुक्सान किये मज़े लेवे

शिक्षा -: सब कुछ करने का लेकिन BANIYA से पंगा नही लेने का....Forword to all groups...